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फ़रवरी, 2016 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

क्या आप जल्दी थक जाते है जाने अपनी शारीरिक ताकत (Stemina) कैसे बढ़ाये

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hello friends , loading... kya aap thakan mehsus  karte hai .ya jaldi tak jate hai  to jane ... गरुड़ पुराण में बताए हैं पुरुषों की ताकत बढ़ाने वाले ये सरल उपाय आज के समय अनियमित दिनचर्या के चलते काफी पुरुषों को कम उम्र में ही कमजोरी और बुढ़ापे से संबंधित रोगों की शिकायत हो जाती है। इन चीजों से बचने के लिए गरुड़ पुराण में खाने-पीने की चीजों से जुड़े कुछ उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को नियमित रूप से करते रहने पर कमजोरी जैसी शिकायत में काफी कमी आ सकती है। पुरुष ऊर्जावान बने रह सकते हैं। यहां बताए जा रहे उपाय संक्षिप्त गरुड़ पुराण अंक के आचारकांड में बताए गए हैं। उपायों में उपयोग की जाने वाली औषधियां बाजार में किसी भी औषधि की दुकान से प्राप्त की जा सकती हैं। 1- गरुड़ पुराण के अनुसार यदि कोई पुरुष हर रोज भोजन के पश्चात् थोड़े से गुड़ का सेवन करता है तो उसे शारीरिक रूप से काफी शक्ति प्राप्त होती है। गुड़ पुराना होगा, अधिक फायदेमंद रहता है। 2- खाना खाने के बाद मिश्री और मक्खन का सेवन करना भी लाभदायक होता है। इस उपाय से पुरुषों की बुद्धि बढ़ती है और शरीर...

स्मरण शक्ति बढ़ाने(दिमाग तेज करने )के उपाय

स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय / दिमाग तेज करने के उपाय हर व्यक्ति चाहता है कि उसकी स्मरण शक्ति त्रीव हो, उसे अपने मित्रों - शुभचिंतको, परिचित लोगो के नाम, नंबर , चेहरे, अपनी पढ़ाई, और अपनी जरुरत की सभी चीज़े याद रहे । वस्तुत: जिस इन्सान की स्मरण शक्ति तेज होती है उसे कामयाबी भी आसानी से मिल जाती है । चाहे वह पढ़ाई का क्षेत्र हो, नौकरी का, व्यापार का या अन्य कोई भी अगर आपकी स्मरण शक्ति तेज है तो आप अलग ही नज़र आएंगे । अगर कोई व्यक्ति मेहनती और मिलनसार है और उसकी स्मरण शक्ति भी तेज है तो उसकी सफलता की सम्भावना बहुत बड़ जाती है । loading... आज के समय की भाग दौड़ वाली इस जिंदगी में जहाँ पर काम का बहुत ही ज्यादा दबाव होता है हम सभी बहुत से छोटे छोटे अपने दैनिक कार्य भी भूल जाते है जिनके समय पर याद न आने पर बाद में बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। यह भूलने की समस्या बच्चो, बूढो और जवानो सभी के साथ होती है । लेकिन उम्र बढ़ने के साथ साथ हमारी स्मरण शक्ति अपने आप कमजोर होती जाती है। loading... समान्यता हमारे मस्तिष्क का केवल 5 से 8 प्रतिशत भाग ही सक्रिय रहता है शेष भाग सुप्त अवस्था ...

कील मुहासों के उपचार

कील मुंहासे से बचने के घरेलू उपाय युवावस्था में चेहरे पर मुंहासे, छोटे-छोटे दाने फुन्सियां निकलना एक आम बात है अधिकतर ये तैलीय त्वचा पर निकलते हैं अत: चेहरे पर क्रीम तेल कोई चिकनाई युक्त पदार्थ न लगाऐं ये हार्मोन की गड़बड़ी, त्वचा की सफाई न करने, पेट की खराबी से भी होते हैं। कील मुंहासे ऐसी ही समस्या है जिसको लेकर लड़किया काफी परेशान रहती हैं क्योंकि यह समस्या आमतौर पर टीनेज और युवावस्था में अधिक होती है। हालाकि अधिक उम्र में भी इस तरह की समस्या परेशान कर सकती हैं। दरअसल, मुंहासे त्वचा में जलन और पिंपल्स होने की स्थिति को कहते हैं। इन्हें हाथ से न फोड़ेंने से चहरे पर निशान पड़ जाते हैं। मुंहासे खाने पीने की गलत आदत से भी होते हैं। कारण जब पेट अपना काम सुचारू रूप से नहीं करता जिसकी वजह से जो भी टॉक्सिक बाहर आ जाना चाहियें वो नहीं आ पाता तथा रक्त में जहरीले पदार्थ फैल जाते हैं और वह इस रूप में बाहर निकलते हैं। ऐसे भोजन जिनमें स्टार्च, प्रोटीन, वसा अधिक हो उनसे बचना चाहिये। मांस, सफेद चीनी, कड़क चाय, अचार, कॉफी, रिफाइंड, सॉफ्ट ड्रिंक्स, आइसक्रीम, मैदे से बनी चीजों से बचना चाहिए | त्वचा को की...

Fungle infection (दाद खाज खुजली )को मिटाये घरेलु उपचार से

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नमस्कार दोस्तों loading... AJ HUM AAPKO FUNGLE INFECTION YANI KI DAD KHAJ OR KHUJLI KE GHARELU TRITMENT BATAYENGE . KARAN ~ander aarm me jo funal infection hota hai wo chust or mordern pehnawe or bhi kai karano se hota hai  खुजली के उपाय त्वचा पर खुजली दाद हो जाने, फोड़े-फुंसी हो जाना बरसात आदि के मौसम में आम बात है। दाद या एक्जिमा, खुजली त्वचा से जुड़ी बीमारियां है जो कई बार गंभीर समस्या भी बन जाती है। एक्जीमा या दाद पर होने वाली खुजली और जलन दाद से पीडि़त व्यक्ति का जीना मुहाल कर देती है। दाद- खाज यह एक फफूदी से होने loading...

दन्त दर्द के घरेलु उपचार

दाँत दर्द के घरेलू उपचार (sc_adv_out = window.sc_adv_out || []).push({ id : "221740", domain : "n.ads3-adnow.com" }); class="SC_TBlock">loading... दाँत दर्द में हमें बड़ी कठनाई का सामना करना पड़ता है । कई बार कुछ गलत खाने से तो कई बार दांतों की ठीक से सफाई न करने या कीड़े लगने के कारण दांतों में दर्द होने लगता है. दांतों में दर्द का कारण कोई भी हो, लेकिन इसकी पीड़ा हमारे लिए बेहद कष्टकारी बन जाती है। यहाँ पर हम आपको दाँत दर्द में कुछ बहुत ही आसान से उपचार बता रहे है। * खूब ठंडे पदार्थों के सेवन के तुरंत बाद गर्म पानी या गर्म पदार्थ का सेवन किया जाय अथवा खूब गर्म पदार्थों के सेवन के तुरंत बाद ठण्डा पानी या ठन्डे पदार्थ का सेवन किया जाय तो दाँत जल्दी गिरते हैं अत: इसका विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए । loading... * दाँतों पर हलके हलके ब्रश करना चाहिए , ब्रश को कभी भी दाँतो पर कस कर नहीं रगड़ना चाहिए । अगर आप ऊँगली से मन्जन करते हो तो तो कभी भी तर्जनी उँगली (अँगूठे के पास वाली पहली उँगली) से मंजन न करें, वरन् मध्यमा (सबसे बड़ी) उँगली से ही ...

खांसी के घरेलू उपाय

खाँसी के घरेलू उपचार सर्दी, खांसी, सिरदर्द, जुकाम जैसी कुछ बीमारियां होती हैं जो किसी को भी किसी भी समय हो सकती है। खांसी की समस्या होने पर आप सुकून से कोई काम नहीं कर सकते हैं। खांसी बदलता मौसम, ठंडा-गर्म खाना पीना या फिर धूल या किसी अन्य चीज से एलर्जी के कारण सकती है । खांसी होने पर तकलीफ भी ज्यादा होती है। आइए हम आपको खांसी से बचने के कुछ आसान से उपायों के बारे में बताते हैं। *सौंठ को पीस कर पानी में खूब देर तक उबालें। जब एक चौथाई रह जाए तो इसका सेवन गुनगुना होने पर दिन में तीन चार बार करें। तुरंत फायदा होगा। *गुनगुने पानी से गरारे करने से गले को भी आराम मिलता है और खांसी भी कम होती है। *तुलसी पत्ते, 5 काली मिर्च, 5 नग काला मनुक्का, 6 ग्राम गेहूँ के आटे का चोकर , 6 ग्राम मुलहठी, 3 ग्राम बनफशा के फूल लेकर 200 ग्राम पानी में उबालें। 1 /2 रहने पर ठंडा कर छान लें। फिर गर्म करके बताशे डालकर रात सोते समय गरम-गरम पी जाएँ और चादर ओढ़कर सो जाएँ तथा हवा से बचें। कैसी भी खुश्क खाँसी हो, ठीक हो जाएगी। loading... *काली मिर्च, हरड़े का चूर्ण, तथा पिप्पली का काढ़ा बना कर दिन में दो बार ल...

घर पर बनाये फेसपैक ~भाग 2

घर में बनाए फेस पैक और निखारें खूबसूरती आज बाजार में कई प्रकार की हर्बल क्रीम, फेस वॉश, फेस पैक, माइश्वराइजर जैसे उत्पाद उपलब्ध हैं। लेकिन इनकी कीमत बहुत ज्यादा होती है। और फिर गुणवत्ता को लेकर चिंता तो फिर भी बनी रहती है। इसलिए इन उत्पादों से ज्यादा विश्वास घरेलू नुस्खों पर किया जा सकता है। इसके अलावा घर में बनाये गये फेस पैक के साइड इफेक्ट की गुंजाइश कम होती है। आइए जानते है कि कैसे घर बैठे ही आप घरेलू फेस पैक बना सकते हैं। घरेलू फेस पैक बनाने के तरीके: तैलीय और रूखी त्वचा के लिए अलग-अलग फेस पैक का इस्तेमाल कीजिए। इसके अलावा चेहरे और शरीर के लिए हर्बल तेल और उबटन का प्रयोग कर सकते हैं। l कड़वी नीम की पत्ती लगभग 100 ग्राम और 1 या 2 लौंग ले लीजिए। नीम की पत्तियों को पीसकर रस निकाल लीजिए, इसमें एक लौंग डालकर फ्रिज में रख दीजिए। सुबह-शाम इस मिश्रण से चेहरे को साफ कीजिए। एक्ने और पिंपल्स के लिए यह घोल बहुत ही फायदेमंद है। तैलीय त्वचा के लिए इस घोल का प्रयोग कीजिए। मसूर की दाल 50 ग्राम, चंदन पाउडर 50 ग्राम, चुटकी भर हल्दी, 25 ग्राम गुलाब की पत्तियां, दो पिसी हुई लौंग, एक टिकिया...

आयुर्वेदिक फेस पैक घर बनाये ~भाग 1

घर में बनाये आयुर्वेदिक फेसपैक - आजकल त्वचा को वातावरण के प्रदूषण, धूल-मिट्टी, धूप इत्यादि का सामना करना ही पड़ता है। ऐसे में त्वचा मुरझाई-सी दिखने लगती है। उम्र के साथ होने वाले हार्मोनल परिवर्तन से, प्रदूषण से व कई अन्य कारणों से स्कीन प्रॉब्लम्स सताने लगती हैं। अगर आपके साथ भी कोई स्कीन प्रॉब्लम हैं तो घर पर ही नीचे लिखी विधि से आयुर्वेदिक फेसपैक बनाकर उससे मुक्ति पा सकते हैं- चेहरे पर चेचक, छोटी माता या बड़ी फुंसियों के दाग रह गए हैं तो दो पिसे हुए बादाम, दो चम्मच दूध और एक चम्मच सूखे संतरों के छिल्कों का पावडर मिलाकर आहिस्ता-आहिस्ता फेस पर मलें और छोड़ दें। हफ्ते में एक बार स्क्रब करें। घरेलु स्क्रब बनाने के लिए एक चम्मच दरदरा चावल का आटा, 1 चम्मच दरदरी मसूर की दाल का पाउडर, 1/2 उड़द की दाल का दरदरा पाउडर, 1 चम्मच गुलाब जल और 1/2 चम्मच शहद मिलाकर गाढा पेस्ट बनाएं और चेहरे पर लगाएं। हलका सूखने पर स्क्रब करते हुए हटाएं। रंग निखर जाएगा। loading... हल्दी को मलाई में डालकर चेहरे पर रगडऩे से त्वचा चमकीली बनती है। हल्दी को कच्चे दूध में डालकर मुंहांसों पर लगाने से मुंहासे दूर ह...

सर्दी जुकाम का इलाज घरेलू नुस्खों द्वारा

सर्दी जुकाम का इलाज घरेलू नुस्खों से loading... सर्दी का मौसम जैसे ही शुरू होता है  उससे जुड़ी न जाने कितनी ही बीमारी भी दस्तक देने लगती है, जिनका हमें पता तक नहीं चलता। रोज-मर्रा की जिंदगी में हम लोग अपनी सेहत का सही से ख्याल भी नहीं रख पाते जिस कारण हम धीरे-धीरे बड़ी बीमारी को बुलावा देते है। जब हमारा शरीर मौसम के अनुसार एडजस्ट नहीं पाता है तो हम मौसमी रोगों के शिकार हो जाते है। मौसम के बदलाने के कारण व्यक्ति का शरीर वातावरण में हो रहे लगातार और तेज बदवाल को नहीं झेल पाता है जिससे सर्दि और गर्मी का असर सर्दी-जुकाम जैसी बीमारी से ग्रसित हो जाता है| जुकाम की शुरुआत ही नाक से होती है लेकिन इसका असर पूरे शरीर पर होता है। जुकाम की कोई दवाई नहीं है। इससे निपटने के लिए ज्यादातर घरुलु नुस्खे ही काम आते है, इससे बचने के लिए हम आपको कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं जो आपके बहुत काम आएंगे। loading... अगर आपके गले में खराश हो और आपकी नाक सर्दी  के कारण बंद हो जाए, तो आप घबराएं नहीं बल्कि एक गिलास गर्म पानी में थोड़ा सा नमक डालकर गरारे करें। ऐसा करने से आपका गला साफ हो जाएगा और यह इ...

एसीडीटी से बचाने के आयुर्वेदिक उपचार

एसिडिटी बढने के कई कारण होते हैं जैसे कि समय पर भोजन न करना। अजीर्ण होने पर भी गरिष्ठ भोजन करना। ज्यादा मिर्च-मसाले वाला भोजन का सेवन करना। भोजन करने के बाद दिन में सोना। चटपटे और बाजार के चीजों का अत्यधिक सेवन अर्थात जंक फूड बहुत ज्याद खाना। पानी कम पीना। ज्यादा देर तक खाली पेट रहना। इसके अलावा अधिक समय तक मानसिक रूप से तनावग्रस्त रहने से भी एसिडिटी बढ़ती है। loading... एसिडिटी के लक्षणों में हैं सीने और छाती में जलन। खाने के बाद या प्रायरू सीने में दर्द रहता है, मुंह में खट्टा पानी आता है। इसके अलावा गले में जलन और अपचन भी इसके लक्षणों में शामिल होता है। जहां अपचन की वजह से घबराहट होती है, खट्टी डकारें आती हैं। वहीं खट्टी डकारों के साथ गले में जलन-सी महसूस होती है। यदि आपको एसिडिटी की समस्या है, तो आप इस दौरान होने वाले असहनीय दर्द से जरूर वाकिफ होंगे और इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए दवाओं का इस्तेमाल भी करते होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि बिना दवा लिए प्राकृतिक उपचार से एसिडिटी के दर्द से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है। पपीता - एसिडिटी के शिकार रोगियों के लिए पपीता रामबाण...

लौक के जूस से चमत्कारी लाभ

(sc_adv_out = window.sc_adv_out || []).push({ id : "221740", domain : "n.ads3-adnow.com" }); class="SC_TBlock">loading... लौकी के आयुवेर्दिक फायदे वजन कम करने में सहायक बेहद कम लोग इस बात को जानते हैं कि लौकी वजन को कम करती है। ये और दूसरी चीजों के मुकाबले तेजी से वजन कम करने में सहायक होती है। लौकी को उबालकर नमक के साथ खाने से वजन जल्दी ही कुछ ही दिनों में घट जाता है। लौकी में फाइबर की अच्छी मात्रा से जल्द भूख नहीं लगती और पेट भी भरा-भरा सा लगता है। चेहरे में लाए प्राकृतिक निखार चेहरे को अंदर और बाहर से प्राकृतिक सुंदरता और निखार लाने के लिए प्रतिदिन लौकी का सेवन करना चाहिए। लौकी चेहरे को सुंदर और आकर्षक बनाती है। लौकी का जूस पेट की अंदरूनी सफाई करता है जिससे चेहरे पर धूल, धूप, और प्रदूषण से होने वाले मुहांसों से छुटकारा मिलता है। साथ ही त्वचा खूबसूरत और मुलायम बनी रहती है। डाइबिटीज लौकी डाइबिटीज के मरीजों को बेहद फायदा पहुंचाती है। खाली पेट लौकी का जूस का सेवन डाइबिटीज के मरीजों को सुबह-सुबह करना चाहिए। पाचन जिन लोगों को पाचन ...

आंवले के गुण

आवला के फायदे:- लाख दुखों की एक दवा साबित होता रहा है धातृ फल आंवला। पाचन तंत्र से लेकर स्मरण शक्ति तक को दुरुस्त रखता है। यहां तक कि यह बुढ़ापे को भी हमसे दूर रखता है। इसकी खूबियों के बारे में बता रहे हैं आंवला चूर्ण और हल्दी चूर्ण समान मात्र में लेकर भोजन के पश्चात ग्रहण करने से मधुमेह में लाभ

कही हैक न हो जाये आपका face book अकाउंट

कहीं हैक न हो जाए फेसबुक खाता - फेसबुक जहाँ लोगों को करीब लाया है, वहीं व्यक्तिगत सुरक्षा के लिए खतरा बनकर भी उभरा है। ऐसे में जरूरी है कि फेसबुक खाते की सुरक्षा को गंभीरता से ...

गन्ने के रस से बड़े लाभ

गन्ने का रस 1- गन्ने के रस का नियमित सेवन करने से शरीर का दुबलापन,पेट की गर्मी ,हृदय की जलन एवं कमज़ोरी दूर होती है । ग्रीष्म ऋतू में इसका विशेष लाभ होता है । 2- गन्ने का रस पीलिया रोग में बहुत लाभदायक है | एक गिलास गन्ने के रस में नींबू निचोड़कर पीने से पीलिया में बहुत लाभ होता है |

हार्ट अटेक के लक्षण और प्राथमिक उपचार !!HEART ATTACK

हार्टअटैक (दिल के दौरे) के लक्षण और बचाव. हृदय हमारे शरीर में सर्वाधिक महत्वपूर्ण अंग है । संपूर्ण शरीर मे रक्त परिभ्रमण हृदय की मांसपेशीयों के द्वारा ही होता है । कोरोनरी धमनी के माध्यम से दिल की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति होती रहती है और इसी प्रक्रिया से दिल की पेशियां जीवंत रहकर कार्यक्षम बनी रहती हैं । जब इन रक्त वाहिकाओं में खून का थक्का जमने से रक्त परिभ्रमण रूक जाता है तो हार्ट अटैक का दौरा पड जाता है। हृदय की जिन मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति नहीं होती हैं वे मरने लगती हैं । हार्ट अटैक महसूस होने के बाद के 1 से 2 घंटे रोगी के जीवन को बचाने की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण होते हैं, ऐसी स्थिति में सीने में दर्द विशेष रुप से बांई ओर लगातार महसूस होने पर बिना देर किये मरीज को तत्काल किसी बडे अस्पताल में पहुंचाने की व्यवस्था करनी चाहिये । प्राथमिक चिकित्सा के तौर पर रोगी की जुबान के नीचे सोर्बिट्रेट और एस्प्रिन की गोली रखना चाहिये। समय पर इलाज मिलने से रक्त का थक्का घुल जाता है और प्रभावित मांसपेशी फ़िर से काम करने लगती है। हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षण- रोगी को छाती के बांई ओ...

हल्दी के दिव्य गुणों को जाने

हल्दी के औषधीय गुण loading... हल्दी का प्रयोग हम भोजन में करते आ रहे हैं। प्राचीन समय से ही हल्दी को शुभ कामों के लिए प्रयोग में लाया जा रहा है। लेकिन क्या आप जानते हैं हल्दी में छिपे इन गुणों के बारे में जो आपकी सेहत और सौंदर्य दोनों के लिए कितने लाभदायक हैं। हल्दी में छिपे गुण

सांप के काटने पर प्राथमिक उपचार

सांप के काटने पर तुरंत अपनाएं ये घरेलू उपचार, करें ज़हर का असर कम! क्या आपको पता है साँप के काटने पर तुरन्त क्या करना चाहिए? पुराने जमाने में साँप के काटने से ज्यादातर लोग बिना सही इलाज के ही मर जाते थे। लोगों को यह पता ही नहीं था कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं। बहुत कम लोगों को मालूम

दर्द नाशक मल्हम बनाने की विधि

दर्दनाशक मल्हम बनायें आप दर्दनाशक मल्हम इस बताये गये विधि के अनुसार बनायें दर्दनाशक मल्हम बनाने की सामग्री :- 1. पेट्रोलियमजैली – 100 ग्राम 2. पिपरमेंट  – 6 ग्राम 3. मेथाइल सेलीसिलेट (विन्टर ग्रीन) – 18 मि.लीटर 4. तारपीन का तेल – 3 मि.लीटर 5. नारियल का तेल – 2 मि.लीटर loading... दर्दनाशक मल्हम बनाने की

SABUN BANANE KI VIDHI !sabun banane ka bussiness kaise start kare ! kutir udhyog ! laghu udhyog ! bussiness ideas in hindi

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Sabun banane ki vidhi ,sabun banane ki machine कपड़े धोने का साबुन बनाने की विधि loading... गृह उद्योग की स्थापना के सबसे अच्छे विकल्प के रूप में आज कपड़ा धोने का साबुन बनाना है I आप निम्नलिखित कपड़ा धोने का साबुन बनाने की विधि के द्वारा आसानी से साबुन का निर्माण कर सकते है, तथा बाजार में बेंच कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं I कपड़ा धोने का साबुन जमने वाले तेल से बनाया जाता है I जमने वाले तेल को ठण्डा तेल भी कहते हैं I नीम, महुआ, अरंडी, धान, साल आदि अखाध जमने वाले तेल हैं, जिनका प्रयोग सामान्यतः साबुन बनाने में किया जाता है I डालडा घी का इस्तमाल भी किया जा सकता है I स्थानीय स्तर पर इन तेलों में जो भी सस्ता व सुविधाजनक हो, इस्तेमाल किया जा सकता है I loading... कपड़ा धोने का साबुन बनाने की सामग्री :– 1. अखाध तेल (जमने वाला तेल) – 1 किलो 2. कास्टिक सोडा – 250 ग्राम 3. कपड़ा धोने का सोडा – 250 ग्राम 4. मैदा/बेसन/आटा/सबका मिश्रण – 500 ग्राम 5. पानी – 3 लीटर कपड़ा धोने का साबुन बनाने का उपकरण :- 1. 2 प्लास्टिक बाल्टी 2. मोटी लकड़ी का गोल डंडा कपड़ा धोने का साबुन बनाने की विध...

KHALI PET LAHSUN KHANE KE FAYDE

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lahsun khane ke fayde or lahsun khane se hone wale nuksan jane hindi me लहसुन का उपयोग रोगों के उपचार ::: दांतों में दर्द loading... अगर आप दांत में दर्द से परेशान हैं तो लहसुन इस्तेमाल करें। लहसुन ना केवल दांत का दर्द दूर करता है, बल्कि बैक्टिरिया और दांतों की सड़न से भी बचाता है। इसके लिए रूई में लहसुन के तेल की कुछ बूंदें लें और जहां दांतों में दर्द है, उसे वहां 10-30 के लिए दबा लें। ऎसा दिन में 2-3 बार करें। इसके अलावा 10 ग्राम लहसुन की कलियों को 50 ग्राम लौकी में पीस लें और उसे आधे लीटर पानी में उबालें। पानी आधे रह जाने पर उसे छान लें। इस पानी से कुल्ला करने से भी दांत का दर्द

सरदर्द बंद करने के घरेलु उपाय

loading... सिर दर्द के कारण – तनाव चिंता थकान माईग्रेन नींद पूरी ना होना या अधिक सोना डीहाईड्रीशन ज्यादा शराब व स्मोक करना शरीर में पानी की कमी आँखों पर अधिक दवाब पड़ना ज्यादा pain किलर खाना ये कुछ सिर दर्द के मुख्य कारण है लेकिन इसके अलावा सर दर्द के बहुत से कारण हो सकते है| ज्यादा शोर शराबे से भी सर दर्द होता है व सर्दी खांसी में भी सर दर्द होता है| बहुत से लोग सिर में दर्द होने पर तुरंत loading...

दर्द निवारक तेल

घर में दर्द निवारक तेल बनाने की विधि आप खुद ही घर पर बैठकर एक अच्छा दर्द निवारक तेल तैयार कर सकते हैं। वनवासियों के ज्ञान पर आधारित इस नुस्खे के क्लिनिकल प्रमाण भी चौंकाने वाले हैं। loading... काली उडद (करीब 10 ग्राम), बारीक पीसा हुआ अदरक (4 ग्राम) और पिसा हुआ कर्पूर (2 ग्राम) को खाने के तेल (50 मिली) में 5 मिनिट तक गर्म किया जाए और इसे छानकर तेल अलग कर लिया जाए। जब तेल गुनगुना हो जाए तो इस तेल से दर्द वाले हिस्सों या जोड़ों की मालिश, जल्द ही दर्द में तेजी से आराम मिलता है, ऐसा दिन में 2 से 3 बार किया जाना चाहिए। यह तेल

तुलसी के पौधे का महत्त्व और उसके गुण

🌿तुलसी का पौधा बता देगा, आप पर🌿 🌿🌿 कोई मुसीबत आने वाली है 🌿🌿   🌿🌿🌿🌿💥🌹💥🌿🌿🌿🌿 ➡ क्या आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया कि आपके घर, परिवार या आप पर कोई मुसीबत आने वाली होती है तो उसका असर सबसे पहले आपके घर में स्थित तुलसी के पौधे पर होता है। आप उस पौधे का कितना भी ध्यान रखें धीरे-धीरे वो पौधा सूखने लगता है। तुलसी का पौधा ऐसा है जो आपको पहले ही बता देगा कि आप पर या आपके घर परिवार को किसी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। ➡ पुराणों और शास्त्रों के अनुसार माना जाए तो ऐसा इसलिए होता है कि जिस घर पर मुसीबत आने वाली होती है उस घर से सबसे पहले लक्ष्मी यानी तुलसी चली जाती है। क्योंकि दरिद्रता, अशांति या क्लेश जहां होता है वहां लक्ष्मी जी का निवास नही होता। अगर ज्योतिष की माने

एसीडीटी के लिए ENO जैसा घर पर बनाने की विधि

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hi  friends आज हमारे देश में 100 मे से 90 लोगो को एसीडीटी की समस्या है ।इसके बहोत से कारण है । loading... * जो लोग घर में ईनो जैसा बनाने के इक्षुक है उनके लिए - * भारत में जो ईनो की 100 ग्राम की शीशी लगभग 80-85 रुपए की मिलती है उसमें केवल 8 रुपए मूल्य की सामग्री है। 100 ग्राम ईनो में लगभग 45 ग्राम साइट्रिक एसिड होता है इसका मूल्य है पांच रुपए और 55 ग्राम मीठा सोडा होता है जिसका मूल्य है लगभग तीन रुपये ।

बालो के लिए घर पर हर्बल डाइ बनाने की विधि जाने

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hello friends क्या आप बाल काले करने के लिए डाई या केमिकल युक्त हानिकारक कलर इस्तेमाल करते हैं। शायद आप नहीं जानते ये आपके बालो के लिए कितने हानिकारक हैं और साथ में ये आपकी त्वचा और स्वस्थ्य को भी बहुत नुक्सान पहुंचाते हैं। इनसे आपको बालो के गिरने पकने और गंजे पन की शिकायत हो सकती हैं। ।

मुंगफली की खेती के बारे में जाने

म.प्र. में मूंगफली प्रमुख रूप से शिवपुरी, छिंदवाड़ा, बड़वानी, टीकमगढ, झाबुआ, खरगोन जिलों में लगभग 220 हजार हैक्टेयर क्षेत्रफल में होती है। ग्रीष्मकालीन मूंगफली का क्षेत्र विस्तार धार, रतलाम, खण्डवा, अलीराजपुर, बालघाट, सिवनी, होशंगाबाद एंव हरदा जिलों में किया जा सकता है। मूंगफल में तेल 45 से 55 प्रतिशत, प्रोटीन 28 से 30 प्रतिशत कार्बोहाइड्रेठ 21-25 प्रतिशत, विटामिन बी समूह, विटामिन-सी, कैल्शियम, मैग्नेशियम, जिंक फॉस्फोरस, पोटाश जैसे मानव शरीर को स्वस्थ रखनें वाले खनिज तत्व प्रचुर मात्रा में पाये जाते है। मूँगफली खेती के बारे में अधिक जानकारी के लिये निचे दी गयी लिंक पर क्लीक करे http://mpkrishi.mp.gov.in/hindisite/krishi_pranaliya_kharif_mungfali_New.aspx

मटर की खेती kaise kare ?Matar ki kheti me adhik utpadan kaise paye?

Matar ki kheti me adhik upajbkaise paye loading... मटर की खेती सब्जी और दाल के लिये उगाई जाती है। मटर दाल की आवश्यकता की पूर्ति के लिये पीले मटर का उत्पादन करना अति महत्वपूर्ण है, जिसका प्रयोग दाल, बेसन एवं छोले के रूप में अधिक किया जाता है । पीला मटर की खेती वर्षा आधारित क्षेत्र में अधिक लाभप्रद है । इसका क्षेत्रफल मध्यप्रदेश में 2,64,000 हे. है । इसकी उत्पादकता मध्यप्रदेश में 553 कि.ग्रा. हे. जो कि राष्ट्रीय उत्पादकता (910 कि.ग्रा. प्रति हे.) से काफी कम है । इसकी उत्पादकता बढाने के लिये उन्नत तकनीक अपनाना अति आवष्यक है । भूमि का चुनाव: मटर की खेती सभी प्रकार की भूमियों में की जा सकती है परंतु अधिक उत्पादन हेतु दोमट और बलुई भूमि जिसका पी.एच.मान. 6-7.5 हो तो अधिक उपयुक्त होती है। मटर की खेती के बारे में अधिक जानने के लिए निचे दी गयी लिंक पर क्लिक करे mpkrishi.mp.gov.in/hindisite/krishi_capsules_pea_New.aspx loading... loading...

मच्छरो के लिए क्वाइल और लिक्विट के प्रभाव

मच्छरो के क्वाइल और लिक्विट के प्रभाव के सम्बन्ध मे जानने के लिए निचे दी गयी लिंक पर क्लिक करे https://m.facebook.com/rajivdixit.official/posts/368106613295571 आने वाले लेखो में हम इसके अलावा भी घरेलु अचूक नुस्खे बताएंगे मच्छरो से निजात पाने के लिए

RTI (सूचना का अधिकार) की एप्लीकेशन कैसे लगायें

RTI (सूचना का अधिकार) की एप्लीकेशन कैसे लगायें जानने के लिए निचे दी गयी लिंक पर क्लिक करे www.guide2india.org/rti-application-form-in-hindi/

RTI (सुचना का अधिकार )क्या है जाने

 RTI (सूचना का अधिकार ) क्या है : सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के अंतर्गत वह अधिकार है जो एक तरह से आम जन को सशक्त बनता है क्योकि सूचना के अधिकार के अंतर्गत वह किसी भी सरकारी महकमे से कुछ भी जानकारी मांग सकता है जिसमे उसे लगता है कि पारदर्शिता नहीं है या फिर अपनी जानकारी के लिए भी वह सूचना के अधिकार का प्रयोग कर सकता है। अधिक जानने के लिए निचे दी गयी लिंक पर क्लीक करे www.guide2india.org/rti-in-hindi-format/

business idea in hindi 40 प्रकार के आधुनिक कुटीर गृह एवं उद्योग

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आधुनिक कुटीर  गृह  एवं  उद्योग  Laghu or kutir udhyog list post ke last me laghu or kutir udhyog ki kuchh machine ke video diye hai wo bhi dekhe loading... ग्रामीण जनता. द्वारा संचालित किये जानेवाले उद्योगों के चयन के लिए सीमाओं (लिमिटेशन) और अवश्यकताओ को ध्यान में रखकर उत्पादन एवं प्रशिक्षण की योजना बनायीं गई है | उद्योग प्रारंभ करने से पूर्व उसके चयन के लिए निम्न बिन्दूओ पर ध्यान दिया गया है loading... ग्रामीणों की सीमाए (लिमिटेशन) एक ऐसा उद्योग जो 10 हजार में शुरू कर 30 हजार या उससे अधिक कमाए क्या है ये bussinesजानने के लिए यहा क्लिक करे उनमे उद्योग वृति नही है | अनुभव का विशवास  नही है | पूंजी की कमी है | शिक्षा की ट्रेनिंग नही है | udhyog list             इन्शुरेंस ऐजेन्सी फेस्टिवल गिफ्ट बिज़नेस मेन पावर रिसोर्सिंग किराना स्टोर आइसक्रीम पार्लर इनवेस्टमेंट फ़ौरम फ़ाइनेंष्यल प्लानिंग सर्विस ब्युटि और स्पा गेम स्टोर कार ड्राइविंग स्कूल सेकंड कार डीलरशीप होम ...