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फ्री में फोन रीचार्ज करने के आसान तरीका Free Mobile Recharge Trick

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Infos... ये रहा फ्री में फोन रीचार्ज करने के आसान तरीका Free Mobile Recharge Trick हम एंड्राइड मोबाइल में  कई प्रकार के apps डाउनलोड करते है  आपको apps डाउनलोड करने पर फ्री बैलेंस भी मिल सकता है । ऐसा ही एक app है   mCent app  जो ऑफर के अंतर्गत फ्री बेलेंस देता है । एक ऐसा bussines जो 10000 से काम पूंजी में स्टार्ट करे और 30000 से अधिक कमा सकते है क्या है ये बिजनेस जानने के लिए यह क्लिक करे

गौमूत्र के 25 रोचक गुण- जो आप नहीं जानते

गौमूत्र कैसे उपयोग करे ,गौमूत्र से उपयोग से होने वाले लाभ ................... loading... गाय के गोबर में लक्ष्मी और मूत्र में गंगा का वास होता है, जबकि आयुर्वेद में गौमूत्र के ढेरों प्रयोग कहे गए हैं। गौमूत्र का रासायनिक विश्लेषण करने पर वैज्ञानिकों ने पाया, कि इसमें 24 ऐसे तत्व हैं जो शरीर के विभिन्न रोगों को ठीक करने की क्षमता रखते हैं। आयुर्वेद के अनुसार गौमूत्र का नियमित सेवन करने से कई बीमारियों को खत्म किया जा सकता है। जो लोग नियमित रूप से थोड़े से गौमूत्र का भी सेवन करते हैं, उनकी रोगप्रतिरोधी क्षमता बढ़ जाती है। मौसम परिवर्तन के समय होने वाली कई बीमारियां दूर ही रहती हैं। शरीर स्वस्थ और ऊर्जावान बना रहता है। इसके कुछ गुण इस प्रकार गए हैं :- 1. गौ मूत्र कड़क, कसैला, तीक्ष्ण और ऊष्ण होने के साथ-साथ विष नाशक, जीवाणु नाशक, त्रिदोष नाशक, मेधा शक्ति वर्द्धक और शीघ्र पचने वाला होता है। इसमें नाइट्रोजन, ताम्र, फास्फेट, यूरिया, यूरिक एसिड, पोटाशियम, सल्फेट, फास्फेट, क्लोराइड और सोडियम की विभिन्न मात्राएं पायी जाती हैं। यह शरीर में ताम्र की कमी को पूरा करने में भी सहायक है।

एलोविरा आयुर्वेद का खजाना ( जाने गुण और उपयोग)

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एलोवेरा (धृत कुमारी) के औषधीय गुण एलोवेरा ( ग्वार पाठा ) का नाम आजकल बहुत चर्चित है . एलोवेरा को हम बहुत से नामो से जानते है - ग्वारपाठा , चित्र कुमारी , धृत कुमारी आदि . बहुत से फायदों की वजह से एलोवेरा को चमत्कारी पौधा कहा जाता है . घृतकुमारी का पौधा बिना तने का या बहुत ही छोटे तने का एक गूदेदार और रसीला पौधा होता है . ग्रामीण लोग इसके चमत्कारों से वाकिफ होने के चलते इसका आसानी से बहुत से रोगों में प्रयोग करते है . शहरों के अनियमित दिनचर्या जीने वालों के लिए एलोवेरा का रस किसी अमृत से कम नहीं | दुनिया में २०० से अधिक प्रकार की किस्मो का एलोवेरा पाया जाता है . इसमें एलो बाबिड़ेंसिस को मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए सबसे ज्यादा लाभदायक मन जाता है . इसकी तासीर गर्म होती हैं इस पौधे का रस बुढ़ापा प्रतिरोधी तत्व है . इसके प्रयोग से इंसान लम्बे समय तक अंदरूनी और बाहरी तौर पर जवान बना रह सकता है . ग्वार पाठे का पौधा गरम और खुश्क जलवायु में पनपता है इसे ज्यादा खाद या सिंचाई की जरुरत नहीं होती . रासायनिक घटक : इसके रस में १८ अमीनो एसिड , १२ विटामिन और २० खनिज पाए जाते है इसके अलावा कई अन्य

एलोविरा की खेती कैसे करे!! alovera forming benefits

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औषधीय पौधा एलोवेरा फायदे की खेती loading... घृतकुमारी जिसे ग्वारपाठा एवं एलोवेरा के नाम से भी जाना जाता है, प्राचीन समय से ही चिकित्सा जगत में बीमारियों को उपचारित करने के लिए इसका प्रयोग किया जा रहा है। घृतकुमारी के गुणों से हम सभी भली-भांति परिचित हैं। हम सभी ने सीधे या अप्रत्यक्ष रुप से इसका उपयोग किसी न किसी रुप में किया है। घृतकुमारी में अनेकों बीमारियों को उपचारित करने वाले गुण मौजूद होते हैं। इसीलिए ही आयुर्वेदिक उद्योग में घृतकुमारी की मांग बढ़ती जा रही है। loading... loading... एक बार लगाने पर तीन से पाँच साल तक उपज ली जा सकती है। और इसे खेत की मेड पर भी लगा सकते है जिसके कई फैदे है एक आप के खेत में कोई आवारा पशु नही आएगा | आपके खेत की मेडबंधी भी हो जाएगी एलोवेरा को कोई जानवर भी नही खाता है आप को अतिरिक्त आमदनी हो जाएगी | मृदा एवं जलवायु: प्राकृतिक रूप से इसके पौधे को अनउपजाऊ भूमि में उगते देखा गया है। इसे किसी भी भूमि में उगाया जा सकता है। परन्तु बलुई दोमट मिट्टी में इसका अधिक उत्पादन होता है।उन्नतशील प्रजातियाँ: केन्द्रीय औषधीय सगंध पौधा संस्थान के द्व

पानी पिने से होता है सेकड़ो बीमारियो का उपचार जाने पानी पिने के तरीके

सही तरीके से पानी पीने से सैकण्डो बीमारिया ठीक हो सकती है. भोजन के बाद पानी ना पिए और पीने से पेट व छाती में जलन :- इसके उपाय ...... निम्नलिखित है.......  01. ठंडे पेयों (aerated drinks) व चाय, काफी के सेवन से बचें. इनके स्थान पर प्राकृतिक व हर्बल पेय का सेवन करें. 02. गर्म/कुनकुने पानी का नियमित रूप से सेवन करें.  03. मौसम के अनुसार छिटके वाले पके केले, ककड़ी/खीरा व तरबूज का सेवन करें. तरबूज का रस काफी लाभप्रद होता है.  04. 'नारियल-पानी-सेवन' काफी लाभप्रद होता है. 05. ठंडे दूध के सेवन से लाभ मिलता है. 06. रात का भोजन, रात्रिशयन के कम से कम 3-4 घंटे पहले कर लें.  07. हरएक भोजन की मात्रा कम-कम लिया करें व दिन में प्रत्येक दो भोजनों के बीच का अंतराल 3 घंटे से ज्यादा न रखें. 08. तीखे मिर्च, मसाले, अचार, चटनी, सिरका व तेल-घी युक्त गरिष्ठ आहार के सेवन से बचें. 09. भोजन करने के आधा/एक घंटे बाद पुदीना की कुछ पत्तियाँ डालकर उबला हुआ एक गिलास पानी पियें. 10. लौंग के एक दाने को चूसने से भी प्रभावी लाभ मिलता है. 11. शकर से बचें. गाँव के देशी गुड़, बादाम, नींबू, व दही आदि का अल्प

5 मिनिट में चेहरे को कैसे चमकाए बिना किसी क्रीम या मेकअप किये

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नमस्कार दोस्तों gora hone ke gharelu upay ,gora hone ke aayurvedic upay ,ghar par face pac,scrub,or Masaj cream banane ki vidhi loading... बिना क्रीम और मेकअप के 5 मिनिट में कैसे चमकाए अपनी त्वचा को सिर्फ एक चीज से वो भी घर में उपस्थित । जी हा वो चीज है मलाई । जी हा दोस्तों मलाई के उपयोग से दमकती है त्वचा ।मलाई को उपयोग कैसे करे जाने      मलाई से चमकता से चेहरा और मिटते है दाग* ye video bhi dekhe gora hone ke sal upay janne ke liye

पेट के सभी रोगों की एक दवा जीरा जाने इसके गुण ओर और उपयोग कैसे करे

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Hello friends कृषि दर्पण में आपका स्वागत है आज हम आपको जीरा जो मसालो का बादशाह है उसके गुण जानें loading... जीरा पाचक और सुगंधित मसाला है। यह पेट के विकारों को दूर करने में बहुत ही उपयोगी है। जीरा गर्म प्रकृति का होता है। भोजन में अरुचि, पेट फूलना, अपच आदि को दूर करने में जीरा एक उपयोगी औषधि की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। जीरा पेट के कीड़े खत्म करने व बुखार उतारने में भी सहायक है। loading.......... आइए, जानें कि जीरे को हम किस तरह इस्तेमाल कर स्वस्थ रह सकते हैं। - भुने हुए जीरे को सूंघने से जुकाम से छीकें आना बंद हो जाता है। - एक गिलास ताजी छाछ में सेंधा नमक और भुना हुआ जीरा मिलाकर भोजन के साथ लें, इससे अजीर्ण और अपच से छुटकारा मिलेगा।